क्या आप Option Trading के बारे में सबकुछ सीखना चाहते है वो आसान भाषा में तो आप बिलकुल सही आर्टिकल पढ़ने आये है।
इस आर्टिकल में हमने Option Trading से सम्बंधित लगभग सारे टॉपिक को कवर करने का प्रयास किया है। जैसे Option Trading क्या है? Option Trading में Call(CE) और Put(PE) क्या है? Option Trading में Premium Value क्या है? Option Trading में Strike Price क्या है? Option Trading में In the money(ITM) क्या है? Option Trading में At the money(ATM) क्या है? Option Trading में Out of the money(OTM) क्या है? Option Trading में Premium Decay क्या है? Option Trading में Expiry क्या है? Option Trading में Option Buyer क्या है? Option Trading में Option Seller क्या है?
इसलिए इस आर्टिकल को कृपया ध्यान से पढ़े।
Option Trading क्या है?
Future Trading के Concept के बाद बहुत से निवेशक अपने Position को Hedge कर पा रहे थे पर समस्या अभी समाप्त नहीं हुई थी क्योकि Future Trading की मदद से अपने Position को Hedge करने के लिए जितनी Investment है उतनी Capital की जरुरत परती है तो ऐसे में Position Hedge करने के लिए हमेशा Investment जितनी बड़ी रकम रखनी होती थी। यह सभी के लिए संभव भी नहीं था और ऐसे में Investment जितने पैसे को Cash में रखना एक घाटे का सौदा था।
तब NSE, SEBI ने Option Trading के Concept को लाया। इससे बड़े से बड़े Investment को उसके लगभग 10% से भी कम के रकम से ही Investment को Hedge किया जा सकता है।
परन्तु, आज के समय में Option Trading, Retail Trader के बीच में बहुत ही Popular हो गया है, क्योकि Options के Price एक दिन में 2-5 गुना होने ही क्षमता रखते है।
इसमें कोई सक नहीं की Option Trading आपको बहुत ही जल्दी बहुत ही ज्यादा पैसा दे सकता है पर यह भी सच है की यह उतनी ही जल्दी आपके सारे पैसे ले सकता है। इसीलिए इसमें Trade करने से पहले इसकी बारिकियो को समझना बहुत ही आवश्यक है।
Option Trading में Call(CE) और Put(PE) क्या है?
जब भी हम किसी Assets को Buy करते है तो हमें Maximum Profit की सम्भावना Unlimited होती है मतलब Price जितना ज्यादा बढ़ेगा उतना ज्यादा Profit, पर Loss की सम्भावना Limited होती है। वही Sell करने पर हमें Maximum Profit की सम्भावना Limited हो जाती है और Loss की सम्भावना Unlimited.
इसे इस प्रकार समझा जा सकता है मान लीजिये आपने किसी Assets को 100 रूपए में खरीदा तो इसमें Profit की सम्भावना Unlimited है क्योकि इसके ऊपर के तरफ Price बढ़कर 1000 रूपए, 10000 रूपए या इससे अधिक भी हो सकता है पर वही यह अधिकतम घटकर 0(शून्य) हो सकता है अतः Loss की सम्भावना अधिकतम 100 रूपए है और Profit की सम्भावना Unlimited. अब यदि आपने 100 रूपए पर Sell किया है तो अधिकतम आपको 100 रूपए का Profit हो सकता है और Price अगर बढ़कर 1000 हो गया तो 900 का Loss और 10000 हो गया तो 9900 का Loss और मतलब Price जितना अधिक बढ़ेगा उतना अधिक Loss.
मतलब ये की Buyer का Loss Limited होता है और Profit Unlimited.
Option Trading में अगर इससे कुछ अलग न किया जाता तो जब Price बढ़ता तो Buy तो अधिक लोग करते पर Sell करने से लोगो को डर लगता।
इसीलिए उन्होंने इसका एक Solution निकला की एक Assets के दो Option Component बनाये जाये ताकि जब Market ऊपर जाये तो पहला उसके साथ ऊपर जाये और दूसरा उसके विपरीत में निचे जाये और जब Market निचे जाये तो पहला Market के साथ निचे जाये और दूसरा इसके विपरीत ऊपर जाये।
इस प्रकार Market चाहे ऊपर जाये या निचे हमारे पास Buy करने के लिए एक Option Component रहता है। अतः पहले Option Component का नाम Call(CE) और दूसरे Option Component का नाम Put(PE) रखा गया।
अब मुझे उम्मीद है कि आप ये समझ गए होंगे कि Market अगर ऊपर जाता है तो Call(CE) बढ़ता है और Put(PE) घटता है और जब Market घटता है तो Put(PE) बढ़ता है और Call(CE) घटता है।
अतः जब Market बढ़ने वाला हो तो Call(CE) को खरीदकर या Put(PE) को बेचकर Profit कमा सकते है और जब Market घटने वाला हो तो Put(PE) को खरीदकर या Call(CE) को बेचकर Profit कमा सकते हैं।
Option Trading में Premium Value क्या है?
Premium Value, किसी भी Option का वह Price है, जिस Price पर हम उस Option में Buy या Sell करते है। यह Value अलग-अलग Option में अलग-अलग होता है और अपने Index/Stocks/Commodity के Price में उतार-चढ़ाव के साथ ही बढ़ता या घटता रहता है।
Note
- जब Index/Stocks/Commodity का Price बढ़ता है तो उसके Call(CE) Option का Premium बढ़ता है और Put(PE) का Premium घटता है।
- जब Index/Stocks/Commodity का Price घटता है तो उसके Call(CE) Option का Premium घटता है और Put(PE) का Premium बढ़ता है।
Option Trading में Strike Price क्या है?
Strike Price, किसी Index/Stocks/Commodity के Live Spot Price के आस-पास का Round Price होता है, जिससे यह पता चलता है कि कोई Option उसके Spot Price के कितने पास या कितने दुर है।
Call(CE) Option का Premium उसके निचे वाले Strike Price पर ज्यादा एवं ऊपर वाले Strike Price पर कम होता है।
अर्थात, Spot Price की तुलना में Call(CE) Option का Strike Price जितना निचे, Option का Premium उतना अधिक और Spot Price की तुलना में Call(CE) Option का Strike Price जितना ऊपर, Option का Premium उतना कम होता है।
Put(PE) Option का Premium उसके ऊपर वाले Strike Price पर ज्यादा एवं निचे वाले Strike Price पर कम होता है।
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अर्थात, Spot Price की तुलना में Put(PE) Option का Strike Price जितना ऊपर, Option का Premium उतना अधिक और Spot Price की तुलना में Put(PE) Option का Strike Price जितना निचे, Option का Premium उतना कम होता है।
Option Trading में In The Money(ITM) क्या है?
In the money(ITM): इसका सीधा अर्थ यह होता है कि Option का Strike Price, Index/Stocks/Commodity के Spot Price के अंदर अर्थात, प्राप्त किया होना चाहिए।
हम पहले से यह जानते है कि Market का Spot Price जब बढ़ता है तो Call(CE) बढ़ता है। अर्थात Market ने निचे से ऊपर कि ओर Travel किया है, मतलब अभी Market का जो भी Spot Price है उसके निचे के सारे Strike Price उसके Spot Price के अंदर या In the money(ITM) में है।
निचे Call(CE) Option के In the money(ITM) के कुछ Example है-
हमें यह भी पता है कि Market का Spot Price जब घटता है तो Put(PE) बढ़ता है। अर्थात Market ने ऊपर से निचे कि ओर Travel किया है, मतलब अभी Market का जो भी Spot Price है उसके ऊपर के सारे Strike Price उसके Spot Price के अंदर या In the money(ITM) में है।
निचे Put(PE) Option के In the money(ITM) के कुछ Example है-
अतः निष्कर्ष यह है कि Call(CE) Option के लिए Spot Price के निचे के सारे Strike Price, In the money(ITM) में आते है वही Put(PE) Option के लिए Spot Price के ऊपर के सारे Strike Price, In the money(ITM) में आते है।
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In The Money(ITM) In Bullish Market |
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In The Money(ITM) In Bearish Market |
Option Trading में At The Money(ATM) क्या है?
At the money(ATM): इसका सीधा अर्थ यह होता है कि Option का Strike Price, Index/Stocks/Commodity के Spot Price के एकदम आस-पास है।
निचे Call(CE) Option के At the money(ATM) के कुछ Example है-
निचे Put(PE) Option के At the money(ATM) के कुछ Example है-
अतः निष्कर्ष यह है कि Call(CE) Option और Put(PE) Option दोनों के लिए Spot Price के एकदम ऊपर या निचे के Strike Price के दोनों Options, At the money(ATM) में आते है।
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At The Money(ATM) In Bullish Market |
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At The Money(ATM) In Bearish Market |
Option Trading में Out Of The Money(OTM) क्या है?
Out of the money(OTM): इसका सीधा अर्थ यह होता है कि Index/Stocks/Commodity के Spot Price, इसके Option का Strike Price से दुर है और अभी तक वहां नहीं गया है। मतलब अभी तक Spot Price इसके Option के Strike Price से दुर है। अर्थात, In the money(ITM) के विपरीत दिशा में हैं।
हम पहले से यह जानते है कि Market का Spot Price जब घटता है तो Call(CE) घटता है। अर्थात Market ने ऊपर से निचे कि ओर Travel किया है, मतलब अभी Market का जो भी Spot Price है उसके ऊपर के सारे Strike Price उसके Spot Price के बाहर या Out of the money(OTM) में है।
निचे Call(CE) Option के Out of the money(OTM) के कुछ Example है-
हमें यह भी पता है कि Market का Spot Price जब बढ़ता है तो Put(PE) घटता है। अर्थात Market ने निचे से ऊपर कि ओर Travel किया है, मतलब अभी Market का जो भी Spot Price है उसके निचे के सारे Strike Price उसके Spot Price के बाहर या Out of the money(OTM) में है।
निचे Put(PE) Option के Out of the money(OTM) के कुछ Example है-
अतः निष्कर्ष यह है कि Call(CE) Option के लिए Spot Price के ऊपर के सारे Strike Price, Out of the money(OTM) में आते है वही Put(PE) Option के लिए Spot Price के निचे के सारे Strike Price, Out of the money(OTM) में आते है।
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Out Of The Money(OTM) In Bullish Market |
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Out Of The Money(OTM) In Bearish Market |
Option Trading में Premium Decay क्या है?
सामान्यतः हम यह जानते है कि जब किसी Index/Stocks/Commodity का Price बढ़ता है तो इसके Call(CE) Option का Price बढ़ता है और Put(PE) Option का Price घटता है। वही जब उसी Index/Stocks/Commodity का Price घटता है तो इसके Call(CE) Option का Price घटता है और Put(PE) Option का Price बढ़ता है।
पर क्या हो? अगर उस Index/Stocks/Commodity का Price न बढे और न घटे, Sideways या Choppy हो जाये।
इसका जबाब है फिर भी उस Index/Stocks/Commodity के Call(CE) Option और Put(PE) Option का Price घटेगा क्योकि Time बीतने से Expiry नजदीक आ रही है। इसी को Option में Premium Decay कहा जाता है। Options जैसे-जैसे अपने Expiry के नजदीक जाता है, वैसे-वैसे इसमें Premium Decay बढ़ता जाता है।
Market जबतक बढ़ता रहेगा तो Call(CE) Option बढ़ता रहेगा पर जैसे ही Market रुकेगा या Sideways होगा तो Call(CE) Option घटने लगेगा। इसी प्रकार Market जबतक घटता रहेगा तो Put(PE) Option बढ़ता रहेगा पर जैसे ही Market रुकेगा या Sideways होगा तो Put(PE) Option घटने लगेगा।
अतः बिना किसी Market Movement के भी जब Options का Price घटे तो इसी को हम Premium Decay कहते हैं।
Option Trading में Expiry क्या है?
कोई भी Option चाहे वो किसी भी Strike Price का हो उसका एक Expiry Date होता है। यह Date यह दर्शाता है कि वो Option कब तक Trade होगा यानी किस Date को यह Expire हो जायेगा।
Option में दो प्रकार की Expiry होती है, पहला Weekly Expiry जो हर Week के Thrusday को होती है और दूसरा Monthly Expiry जो हर Month के Last Thursday को होती है।
Expiry अलग-अलग Assets और Market में अलग-अलग हो सकता है।
Option Trading में Option Buyer क्या है?
Option Trading में दो तरीके से Trading किया जा सकता है एक Option Buying कर के तो दूसरा Option Selling कर के।
Option Buying करना आसान है क्योकि इसमें बहुत ही कम पैसे से Trading कर सकते है और Loss की सम्भावना Limited है वही Profit Unlimited हो सकता है। इसीलिए ज्यादातर Trader Option Buying करना पसंद करते है।
Option Buying के कुछ फायदे है तो कुछ नुकसान भी है-
फायदे
- कम पैसों में शुरू कर सकते हैं।
- Market के तेजी से बढ़ने या घटने पर Profit दो से 10 गुना भी हो सकता है।
नुकसान
- Market अगर Sideways हो जाये तो Premium Decay से Loss.
अतः जो लोग Options को पहले Buy कर के Trading करते है उन्हें Option Buyer कहते हैं।
Option Trading में Option Seller क्या है?
Option Selling थोड़ा मुश्किल है क्योकि इसमें बहुत ही अधिक पैसे से Trading शुरू होती है। इसीलिए ज्यादातर Trader Option Buying करना पसंद करते है।
Option Selling के कुछ फायदे है तो कुछ नुकसान भी है-
फायदे
- Market अगर Sideways हो जाये तो Premium Decay से Profit.
नुकसान
- Market के तेजी से बढ़ने या घटने पर अधिक Loss.
अतः जो लोग Options को पहले Sell कर के Trading करते है उन्हें Option Seller कहते हैं।
किसी भी Assets में Option Selling करने के लिए Minimum 50,000 से 1,00,000 तक Capital की जरुरत होती है परन्तु वही Option Buying आप 100 रुपये से भी कर सकते है।
Option Trading कैसे करे?
सबसे पहले अपना Broker App खोले और उसमे किसी Index, Stock, Commodity के Option का नाम सर्च करे जिसमे आप Trade करना चाहते हैं।
Search करने का तरीका-
मान लीजिये हमें BANKNIFTY में Trade करना है तो हम सबसे पहले BANKNIFTY के Spot का Price देखेंगे कि कितना है।
BANKNIFTY LIVE PRICE: 44243
हमें लगता है कि BANKNIFTY 44243 से ऊपर जायेगा तो हम BANKNIFTY का Call(CE) Option को Buy या Put(PE) Option को Sell करेंगे।
Search: BANKNIFTY 44200
पर अगर हमें लगता है कि BANKNIFTY 44243 से निचे जायेगा तो हम BANKNIFTY का Put(PE) Option को Buy या Call(CE) Option को Sell करेंगे।
Search: BANKNIFTY 44300
Note: आप अपने सहुलियत के हिसाब से अलग-अलग Strike Price और अलग-अलग Expiry के Call(CE) Option और Put(PE) Option को Search कर के Trade कर सकते है।
निष्कर्ष
इस आर्टिकल में आपने Option Trading के सारे Concepts को सिख लिया पर अब भी कोई प्रश्न आपके मन में है तो हमें कमेंट में बताइये।
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