अभी हमने कई सारी चीजें सीखी है और अब हम Trend & Trend Line के बारे में सिखने वाले है। मैं अपने कई वर्षों के अनुभव से यह कह रहा हूं कि Trend और Trend Line इतना ज्यादा महत्वपूर्ण है कि इसके बिना एक Successful Price Action Trader बनना संभव ही नहीं।
अगर मुझे Price Action में सीखे जाने वाले Concept में इसे Ranking देनी हो तो मैं पहला स्थान दूंगा। दूसरे स्थान पर Support और Resistance, वही तीसरे स्थान पर Candlestick होगा। इसके बाद ही कोई और Concept आएगा।
अतः आपसे आग्रह है कि इसे बहुत ही ध्यान से सीखे और Prectice करे।
Trend क्या है?
Trend शब्द का शाब्दिक अर्थ है, किसी एक दिशा कि ओर तेजी से चलना। मतलब, हम इसे ऐसे समझ सकते है कि जब किसी एक शहर, गांव, देश या राज्य के लोग किसी एक तरह के कपड़े पहनने लगे तो हम कहेंगे कि इस कपड़े का बढ़ता हुआ Trend चल रहा है, पर वही लोग अगर किसी कपड़े को धीरे-धीरे पहनना छोर रहे है तो हम कहेंगे कि उस कपड़े का घटता हुआ Trend चल रहा है।
हम इसी उदहारण को किसी Share या Asset के लिए ऐसे इस्तेमाल कर सकते है कि जब किसी Share का Price बढ़ रहा है तो इसका ऊपर का Trend चल रहा है, वही अगर उसी Share का Price घट रहा है तो अब इसका निचे का Trend चल रहा है।
निचे आप Trend को चित्र में देख कर और अच्छे से समझ सकते है।
Trend के प्रकार
सामान्यतः लोग तीन प्रकार के Trend के बारे में जानते है, पर मेरी नजर में Trend चार प्रकार के होते है।
1.Uptrend
अगर हमें यह पता करना हो कि किसी Share/Assets का 'Price' Uptrend में Trade कर रहा है या नहीं तो यह हम बहुत ही आसानी से पता कर सकते है।
जब भी किसी Share/Assets का Chart अपने पिछले Swing High को ऊपर के तरफ Breakout कर के नया High बनाये और पिछले Swing Low को निचे नहीं तोड़े तो हम यह कहते है कि वह Share या Assets अभी Uptrend में चल रहा है।
अर्थात, कोई Share या Assets 'Uptrend' में है या नहीं इसे जानने के लिए सिर्फ यह देखे कि Market पिछले Swing High को ऊपर के तरफ Breakout दे, पर पिछले Swing Low को निचे Breakdown न दे।
अब अगर हम अपनी भाषा थोड़ी बदले, जिसमे हम 'पिछला Swing High' को High और 'नया Swing High' को Higher High कहेगे। वही 'पिछला Swing Low' को Low और 'नया Swing Low' को Higher Low कहेंगे।
Higher High का मतलब है, पिछले High से बड़ा High अर्थात, Price ने High को Breakout देकर Higher High बनाया है।
वही Higher Low का मतलब है, पिछले Low से बड़ा Low अर्थात, Price ने पिछले Low के ऊपर Higher Low बनाया है, मतलब नए Low ने पिछले Low को निचे Breakdown नहीं किया है।
तो हम कहेंगे कि जब भी किसी Assets का Chart 'Higher High' और 'Higher Low' बनाते हुए Trade कर रहा है तो वह Uptrend में है।
2. Downtrend
अगर हमें यह पता करना हो कि किसी Share/Assets का 'Price' Downtrend में Trade कर रहा है या नहीं तो यह हम बहुत ही आसानी से पता कर सकते है।
जब भी किसी Share/Assets का Chart अपने पिछले Swing Low को निचे के तरफ Breakdown कर के नया Low बनाये और पिछले Swing High को ऊपर नहीं तोड़े तो हम यह कहते है कि वह Share या Assets अभी Downtrend में चल रहा है।
अर्थात, कोई Share या Assets 'Downtrend' में है या नहीं इसे जानने के लिए सिर्फ यह देखे कि Market पिछले Swing Low को निचे के तरफ Breakdown दे, पर पिछले Swing High को ऊपर Breakout न दे।
अब अगर हम अपनी भाषा थोड़ी बदले, जिसमे हम 'पिछला Swing Low' को Low और 'नया Swing Low' को Lower Low कहेगे। वही 'पिछला Swing High' को High और 'नया Swing High' को Lower High कहेंगे।
Lower Low का मतलब है, पिछले Low से छोटा Low अर्थात, Price ने Low को Breakdown देकर Lower Low बनाया है।
वही Lower High का मतलब है, पिछले High से छोटा High अर्थात, Price ने पिछले High के निचे Lower High बनाया है, मतलब नए High ने पिछले High को ऊपर Breakout नहीं किया है।
तो हम कहेंगे कि जब भी किसी Assets का Chart 'Lower Low' और 'Lower High' बनाते हुए Trade कर रहा है तो वह Downtrend में है।
3. Sideways Trend
जब भी कभी Market अपने पिछले Low को Breakdown न करे और पिछले Low के आसपास ही नया Low बनाये एवं न ही पिछले High को Breakout करे और पिछले High के आसपास ही नया High बनाये, तो हम कहेंगे कि Market अभी Sideways Trend में है।
4. Choppy Trend
जब भी कभी Market एक बहुत ही छोटे Range में Trade करता है, इसमें न तो ठीक से High और न ही ठीक से Low बनाता है। Price बढ़ने और घटने की दर बहुत ही धीमी हो जाती है, इस Market में न तो Buyer और न ही Seller Trade करना पसंद करते है। इसे ही Choppy Market कहते है।
निष्कर्ष
इस आर्टिकल में आपने ट्रेंड के बारे में बेसिक चीजों को सीखा। अगले आर्टिकल में हम ट्रेंड के एडवांस कांसेप्ट को सीखेंगे।
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